सरकार द्वारा किसानों के लिए बहुत महत्वाकांक्षी योजनाएं चलाई जा रही है। इसी कड़ी में सरकार ने किसानों के लिए मत्स्य संपदा योजना चलाई जा रही है। यह योजना किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। इस स्कीम के तहत किसानों को 40 से 60 फीसदी वित्तीय सहायता का प्रावधान किया गया है।
सरकार की ओर से दिया जाएगा अनुदान
डीसी कैप्टन मनोज कुमार के अनुसार जिले के उन गावों के लिए लोगों को मछली पालन के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। जिन गांवों में बारिश का पानी ठहता है या भूमि बंजर है। मछली पालन से किसानों की इनकम बढ़ रही है।
झींगा मछली पालन से 5 से 6 लाख रुपये प्रति एकड़ तक आमदनी होती है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा योजना के तहत अनुसूचित जाति व महिला वर्ग मछली पालकों को 60 प्रतिशत अनुदान तथा सामान्य वर्ग को मछली पालन पर 40 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है।
आवेदनकर्ता को मिलेगी ये सुविधाएं
कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत 60 प्रतिशत सभी वर्गों की महिलाओं व अनुसूचित जाति को तथा 40 प्रतिशत सामान्य व ओबीसी को अनुदान प्रदान किया जाता है। इस योजना के तहत आवेदनकर्ता निजी भूमि में या पट्टे पर भूमि लेकर मछली फीड हैचरी, तालाबों के निर्माण, बायोफ्लाक, आरएएस, फीड मिल, कोल्ड स्टोर आदि लगाने पर विभाग से वित्तीय एवं तकनीकी सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
यूनिट लगाने से पूर्व मिट्टी व पानी की टेस्टिंग जरूरी
विभाग द्वारा प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना तथा अन्य विभागीय योजनाओं के लिए किसानों को जागरूक करते हुए समय-समय पर विभाग द्वारा प्रशिक्षण भी दिया जाता है। यूनिट लगाने से पहले प्रशिक्षण अवश्य लें तथा मिट्टी व पानी की टेस्टिंग अवश्य रूप से करवाएं ताकि यूनिट कामयाब हो सके।
0 Comments
If you have any doubts. Let me know.